उद्देश्य
जबलपुर में डेयरी स्टेट परियोजना की स्थापना का मुख्य उद्देश्य डेयरी उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिये एक ही स्थान पर सभी मूलभूत सुविधायें उपलब्ध करवाना है,
जिससे दुग्ध उत्पादन में वृद्धि होगी एवं दूध उत्पादन की लागत में कमी आयेगी ।
साथ ही डेयरी व्यवसाय को असंगठित क्षेत्र से संगठित क्षेत्र में लाना भी इस योजना का उद्देश्य हैं ।
इस योजना का स्कोप जबलपुर शहर के समस्त डेयरी विस्थापितों के लिए नहीं है किन्तु जबलपुर शहर के विस्थापित डेयरी संचालक योजनान्तर्गत भूखंड आवंटन हेतु आवेदन करते है
तो उनके आवेदनों पर नियमानुसार एवं पात्रतानुसार भूखंड आवंटन हेतु विचार किया जायेगा
पृष्ठभूमि
प्रदेश की विगत पाँच वर्षों में दुग्ध उत्पादन में औसत वृद्धि पर 6.9 प्रतिशत रही है ।
जबकि प्रदेश की तुलना में भारत की दुग्ध उत्पादन में वृद्धि पर 3.64 प्रतिशत ही रही है ।
गौवंश के क्षेत्र में हम संपूर्ण देश में प्रथम स्थान पर है, दुग्ध उत्पादन के क्षेत्र में हमारा तीसरा स्थान है ।
मध्यप्रदेश में वर्ष 13-14 में प्रति व्यक्ति दुग्ध उपलब्धता 345 ग्राम है जो वर्त्तमान में 545 ग्राम है यह राष्ट्रीय औसत 394 ग्राम प्रतिदिन से अधिक है
अतः दुग्ध उत्पादन वृद्धि में प्रदेश में अपार संभावनायें हैं जिसके लिये प्रदेश के दुग्ध व्यवसाय को असंगठित क्षेत्र से संगठित क्षेत्र में लाना होगा ।
साथ ही शिक्षित बेरोजगार नवयुवकों को डेयरी उद्यमिता की ओर आकर्षित करना होगा ।
स्थापना स्थल
डेयरी स्टेट की स्थापना के लिये स्थानीय प्रशासन द्वारा ग्राम खम्हरिया, जनपद पंचायत जबलपुर में 19.40 हेक्टेयर (लगभग 50 एकड़)
शासकीय भूमि पशुपालन विभाग को आवंटित की है ।
इस परियोजना को स्थापित करने के लिये पशुपालन विभाग के म.प्र. राज्य पशुधन एवं कुक्कुट विकास निगम को क्रियान्वयन एजेंसी नियुक्त किया है ।
मूलभूत सुविधायें
डेयरी स्टेट में एक ही स्थान पर डेयरी व्यवसायियों को समस्त मूलभूत सुविधायें उपलब्ध कराना है ।
इस परियोजना के अंतर्गत सड़क, विद्युत प्रदाय हेतु 33 के.व्ही. विद्युत स्टेशन एवं वितरण व्यवस्था, पानी की उपलब्धता,
पशुओं के उपचार के लिये पशु चिकित्सालय, पशु रोगों की जांच के लिये प्रयोगशाला, उन्नत नस्ल सुधार कार्यक्रम के तहत कृत्रिम गर्भाधान केन्द्र,
पशुचारा एवं दाना के भंडारण के लिये चारा एवं दाना गोदाम, डेयरी स्टेट की स्थापना से होने वाले प्रदूषण आदि की रोकथाम हेतु बायोगैस संयंत्र
एवं ई.टी.पी. संयंत्र की अधोसंरचना का निर्माण ।
डेयरी की स्थापना हेतु 11000 वर्गफुट से 14999 वर्गफुट तक के भूखंड, 15000 वर्गफुट से 20999 वर्गफुट तक के भूखंड एवं 21000 वर्गफुट से 25000 वर्गफुट तक के भूखण्ड उपलब्ध है ।